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Sunday 30 May 2021


 















Bollywood Actor kaise bane




21 वी शताव्दी चल रही है और इस समय सभी कही न कही creator है...

समय ही कुछ ऐसा है कि आज की युवा को bollywood की चकाचौंध बहुत आकर्षित करते है जिसके कारण कही न कही युवा actor बनना चाहते है। और आज का पोस्ट इसी पर आधारित है..

तोह इस artical को पूरा पढ़ कर आप जान जाइये की हम actor कैसे बने!

आजकल अनेक लोग Film Acting या फिर Bollywood Acting में कैरियर बनाने का सपना देखते हैं। अगर आपने भी Actor बनने का सपना देखा है, तो आप 12 वीं या ग्रेजुएशन के बाद Acting Course कर इस फील्ड में प्रवेश कर सकते हैं। फिलहाल Acting में Career बनाने के लिए पढा लिखा होना जरूरी नही है। अगर आपकी एक्टिंग स्किल अच्छी है और शब्दों का उच्चारण सही है, हिंदी भाषा पर अच्छी पकड़ है, तो आप बिना Acting Course किये ऑडिशन देकर Film Industry में Actor बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। लेकिन Acting Course करने के लिए आप कम से कम 12वीं पास हों।


दूसरी बात ये है कि Acting Career जे लिए कोई निश्चित उम्र नही होती है। हर उम्र के लोग Acting Field में कैरियर बना सकते हैं। चाहें बच्चे हो, या बूढ़े या फिर यंग सभी के लिए यंहा पर काम होता है। अगर आपको लगता है कि आपकी acting स्किल सही नही है, तो आप सबसे पहले किसी अच्छे Acting Institute को जॉइन कर Acting course करें। इसके बाद Audition को क्वालीफाई कर एक्टर बन सकते हैं। एक्टिंग कोर्स करने का आपको फायदा ये होगा कि आपको Acting Field की अच्छी समझ हो जाएगी और वंहा पर आपको Acting Career के लिए सही गाइडेंस भी मिलेगा।




चलिये अब हम आपको बताते है कि Acting me Career Scope क्या है। 


अगर Film Industry में acting के कैरियर की बात करें, तो इस सेक्टर में काफी अच्छा कैरियर स्कोप है। वो इसलिए क्योंकि आज के समय मे फ़िल्म इंडस्ट्री बहुत बड़ा बिजनेस का रूप ले चुका है। खासकर Bollywood में तो प्रतिबर्ष अनेक फिल्मे बनती है। अगर आपके अंदर टैलेंट है, तो आप भी इन फिल्मों में एक्टिंग या रोल कर सकते हैं।  इसके साथ ही साउथ सिनेमा और भोजपुरी सिनेमा में भी आप हाथ आजमा सकते हैं। आप विभिन्न TV शो होस्ट कर सकते हैं। Ad Films में काम कर सकते हैं। पिछले कुछ दशकों से Film Making का काम बहुत तेजी से बढ़ा है। इसलिए यंहा पर एक्टरों के लिए काम के अवसर भी बढ़े है। अगर आप मे टैलेंट और Acting स्किल है, तो आप आसानी से काम पा सकते हैं।




 एक्टिंग के फील्ड में काम कैसे मिलता हैं

एक्टिंग के फील्ड में काम ऑडिशन के आधार पर मिलता है। यंहा पर किसी भी फ़िल्म या टीवी सीरियल में काम के लिये सबसे पहले आपको ऑडिशन देना होता है। ऑडिशन में आपको एक स्क्रिप्ट दी जाती है। जो आपको कैमरे के सामने बोलकर अपनी एक्टिंग की परफॉर्मेंस दिखा सकते हैं। अगर ऑडिशन आपने पास कर लिया तो ही आपको Acting में काम मिलता है। 

इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा ऑडिशन देने की कोशिश करें। जिससे आपको अपनी मिस्टेक पता चलती रहेंगी कि आपका सिलेक्शन क्यों नही हो रहा है। इस प्रकार आपकी गलतियां दूर होती जाएगी और आप एक दिन आसानी से Acting में काम पा जाएंगे। अकसर लोग यही गलती करते हैं, वे ऑडिशन देने से घबराते हैं। जब डरना और घबराना ही था, तो एक्टिंग फील्ड में क्यों आये। सिर्फ ग्लैमर को देखकर यंहा पर न आएं। अगर आपके अंदर एक्टिंग के प्रति जुनून है और आपको कैमरे के सामने बोलने से डर और घबराहट नही लगती है, तो ही आप Acting के फील्ड में आएं। डर और घबराहट की वजह से लोग ऑडिशन सही तरह नही दे पाते, जिस्की वजह से उनका किसी भी फ़िल्म या टीवी सीरियल में सेलेक्शन नही हो पाता है। 

चूंकि Acting के फील्ड में कॉम्पटीशन काफी हाई है, ऐसे में आप अपनी एक्टिंग स्किल को हमेशा इम्प्रूव करते रहे। कुछ लोग सोचते हैं, कि एक्टिंग में काम सिर्फ उन्हीं को मिलता है, जिनका बैकग्राउंड फ़िल्म इंडस्ट्री से है, लेकिन ये बात पूरी तरह सही नही है। अगर आपके अंदर acting का कीड़ा है, तो आप भी उनकी जगह पर हो सकते हैं।

आप आपने कैरियर की शुरुआत टीवी सीरियल या एड फिल्मो से भी कर सकते हैं क्योकि यंहा पर थोड़ा आसानी से Acting करने का मौका मिल जाता है। क्राइम पेट्रोल, सावधान इंडिया, सीआडी जिसे टीवी प्रोग्राम में तो हर एपिसोड के लिए नए चेहरे की तलाश रहती है। आप इनके प्रोडक्शन हाउस में ऑडिशन दें, यंहा पर कुछ आसानी से आप Acting Career की शुरुआत हो सकती हैं।




अब बात करते है कि आपको किसी भी फ़िल्म और टीवी सीरियल के ऑडिशन के बारे में कैसे पता चलेगा

इसके लिए आप को कुछ अच्छे व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन कर सकते हैं। मुम्बई में फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई ऐसे ग्रुप है, जोकि आपसे 400 से 500 रुपये ग्रुप मेंबर चार्ज लेते हैं और आपको Acting ऑडिशन की जानकारी देते रहते हैं।

 दूसरा तरीका ये है कि जब भी आप ऑडिशन देने जाये, तो अपने जैसे लोगों से बातचीत करें, एक दूसरे के नंबर ले, और एक दूसरे को ऑडिशन के जानकारी बाटें।

ऑडिशन की जानकारी पाने का तीसरा तरीका ये है कि आप फ़िल्म और टीवी प्रोडक्शन हाउस, कास्टिंग एजेंसी में कास्टिंग डाइरेक्टर से संपर्क करें। कोशिश करें कि आप उनका कांटेक्ट नम्बर ले सकें। समय समय पर उनके कांटेक्ट करते रहे, जिससे आप ऑडिशन की जानकारी पा सकते हैं।

 फ़िल्म सिटी गोरेगांव, अंधेरी, आरामनागर इनफिनिटी मोल आदि जगहों पर काफी फ़िल्म और टीवी सीरियल के ऑडिशन होते हैं, आप यंहा भी संपर्क कर सकते हैं।


इन सभी के अलावा कुछ अच्छे फेसबुक ग्रुप भी हैं, आप इनको जॉइन कर ऑडिशन की जानकारी पा सकते हैं। 





Most important बात फिल्म एक्टर या एक्ट्रेस बनने के लिए आप एक बात ध्यान रखिए कि फर्जी ऑडिशन और फर्जी कास्टिंग डायरेक्टर से कैसे बचें


चलिए अब बात करते है कि फर्जी ऑडिशन और फर्जी फिल्म रोल के ऑफर को कैसे पहचाने  या  फर्जी कास्टिंग डायरेक्टर को कैसे पहचाने  और इनसे कैसे बचें!


इन फर्जी लोगो से बचने का एक ही तरीका है " ऑडिशन की फीस नही होती है। अगर आपसे रजिस्ट्रेशन या किसी के नाम पर एक भी पैसा मांगा जाए, तो आप न दें। फ्रॉड लोगों की यही पहचान है। इसके अलावा आपको कुछ लोग ऐसे भी मिलेंगे, जोकी आपसे पैसे की डिमांड करेंगे और आपको किसी भी फ़िल्म या टीवी सीरियल में काम दिलाने का वादा करेंगे। अभी ये लोग आपसे बहुत चापलूसी करेंगे पैसे लेकर गायब हो जाएंगे। बस आप इतना ध्यान रखें, रुपए देकर आप किसी भी फ़िल्म या टीवी सीरियल में रोल नही पा सकते हैं। इसलिए दलालो के चक्कर मे न पड़े।












Saturday 15 May 2021














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 कोरोना ये नाम बोलने में जितना आसान है...ये उतना ही ख़ौफ़नाकः है, इतना ख़ौफ़नाकः है कि आने वाली पीढ़ी इसे याद रखेंगी... और रखे भी क्यो न इसने तकलीफ़ ही इतना दिया है... कभी किसी ने सोचा कि एक इंसान दूसरे इंसान से डरेगा, खाने को तरसेगा, जरूरत के सामान के लिए इधर उधर भटकेगा...पर ये सब हो रहा है, जिसे हम रोकना चाहते है लेकिन रोक नही पा रहे है!!!


अब हम बात करते है अपनी देश के प्रशाशन पर और बात करना जरूरी है!!


क्या कर रही है प्रशाशन? "है ये छोटा सवाल जिसका नही है  प्रशाशन के पास जवाब"...रहेगा भी कैसे कभी चोर कहता है कि मैंने चोरी किया.. यही हाल इन लोगो का है..इनको सब पता था कि देश मे कोरोना की स्थिति कैसी थी फिर भी रैलियों जोरो-शोरो से करवाई, चुनाव प्रचार भी खूब जोरो- शोरो से हुआ और PMO फण्ड का क्या हुआ किसको पता है!..खैर मैं राजनीतिक में ज्यादा जाना पसंद नही करूँगी क्योकि इसमे कीचड़ बहुत है,मैं नही चाहती कि इस कीचड़ का एक भी छिट मुझ पर आये... वैसे भी पब्लिक सब जानती है यकीनन आप भी जानते होंगे!! 


चलिए अब इस टॉपिक से आगे बढ़ते है और बात करते है कुछ पॉजिटिविटी कि!!


अभी वक़्त कुछ ऐसा चल रहा है कि सभी लोग हताश , नाराज़ और परेशान है लेकिन वक़्त की एक खासियत है जिससे आप भी रु-बा-रु होंगे कि "वक़्त कितना भी अच्छा या बुरा हो गुज़र ही जाता है"...ये बुरा वक़्त भी गुज़र ही जायेगा बस इंतज़ार कीजिए और इस वक़्त जितना हो सके उतना आप अपने आप को और अपने आस- पास के माहौल को खुश रखने की कोशिश कीजिए साथ ही उस अच्छे वक़्त को याद कीजिए जो आप ने अपने परिवार और दोस्त साथ गुज़ारे है।।। 


कोशिश कीजिए इस वक़्त आप खुद को पॉजिटिव और खुश रखने की!!!


उम्मीद करती हूं आप को ये artical पसंद आया होगा...


धन्येवाद!!!


Thursday 29 April 2021


 













COVID 19 से बचने के लिए  घर में क्या-क्या करे |

(What to do at home to avoid covid 19)


corona  महामारी इस वक़्त बुरे देश को परेशान कर रखा है ...आप लोगो से अपील है की आप लोग जितना हो सके घर रहिये और सुरक्षित रहिये...

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए आप लोगो को क्या क्या करना चाहिए आज में आप को इस पोस्ट में बताउंगी...

कोरोना से बचाव के उपाए :-


कोरोना से बचने के लिए सामाजिक दुरी रखना जरुरी है और साथ ही व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दुरी बनाये  रखना भी जरुरी है...


हाथो को बार बार धोये और सफाई का पूरा धियं रखे...


जितना हो सके उतना healthy diet लीजिये...


जितना हो सके उतना कम आप अपने चेहरे को टच कीजिये...


छिकते य खासते वक़्त रुमाल या टिशु से धक् के रखे...


lockdown का ईमानदारी से पालन करे..


daily गुनने पानी पिने की आदत डाले..


daily किसी भी एक टाइम  दल्दी वाला दूध पिए..


इस वक़्त फ्रूट्स का सेवन कीजिये ...


अपने बॉडी के टेम्परेचर को बार बार चेक कीजिये..और अपनी बॉडी टेम्परेचर  को नार्मल रखिये ...





* इस वक़्त कोरोना वोर्रिर्स हमें बचने के लिए अपनी जान को दोऊ पर लगा रहे है...तोह हमारा भी उनके प्रति की कुछ कर्तव्य बनता है और वो कर्तव्य ये है की " हमें दो गज की दुरी और मास्क है जरुरी का नियेमित रूप से पालन करना होगा"...


जितना हो सके उतना अपने उमिनिटी सिस्टम को बूस्ट करने के लिए healthy diet लेना होगा..


आप सभी से निवेदन है की आप अपना ध्यान रखिये 



 















COVID 19 से बचने के लिए  घर में क्या-क्या करे |

(What to do at home to avoid covid 19)


corona  महामारी इस वक़्त बुरे देश को परेशान कर रखा है ...आप लोगो से अपील है की आप लोग जितना हो सके घर रहिये और सुरक्षित रहिये...

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए आप लोगो को क्या क्या करना चाहिए आज में आप को इस पोस्ट में बताउंगी...

कोरोना से बचाव के उपाए :-


कोरोना से बचने के लिए सामाजिक दुरी रखना जरुरी है और साथ ही व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दुरी बनाये  रखना भी जरुरी है...


हाथो को बार बार धोये और सफाई का पूरा धियं रखे...


जितना हो सके उतना healthy diet लीजिये...


जितना हो सके उतना कम आप अपने चेहरे को टच कीजिये...


छिकते य खासते वक़्त रुमाल या टिशु से धक् के रखे...


lockdown का ईमानदारी से पालन करे..


daily गुनने पानी पिने की आदत डाले..


daily किसी भी एक टाइम  दल्दी वाला दूध पिए..


इस वक़्त फ्रूट्स का सेवन कीजिये ...


अपने बॉडी के टेम्परेचर को बार बार चेक कीजिये..और अपनी बॉडी टेम्परेचर  को नार्मल रखिये ...





* इस वक़्त कोरोना वोर्रिर्स हमें बचने के लिए अपनी जान को दोऊ पर लगा रहे है...तोह हमारा भी उनके प्रति की कुछ कर्तव्य बनता है और वो कर्तव्य ये है की " हमें दो गज की दुरी और मास्क है जरुरी का नियेमित रूप से पालन करना होगा"...


जितना हो सके उतना अपने उमिनिटी सिस्टम को बूस्ट करने के लिए healthy diet लेना होगा..


आप सभी से निवेदन है की आप अपना ध्यान रखिये 






















Thursday 22 April 2021

















video arranged marriage siyappa mini web series #episode1








👉About this video👇 ARRANGED MARRIAGE - siyappa || Mini WEB SERIES (short film) || #episode1 || amazed films This story is based on a single mother and her daughter. In this story it is shown how a mother want to marry a daughter but her daughter doesn't want to get married and how many siyappa she does for not marry. This is what is shown in this story. #arrangemarriage #firstmeeting #siyappa #webseries #arrangedmarriage #miniwebseries #episode1 CREDIT'S ◆Staring Ajay choudhary Sunjana Saira banu Pooja goel ◆Story / Screenplay / Director Jyoti rai ◆Assistant Director Ajay choudhary ◆Crew Member's Vaibhav Dobhal Anurag Shukla Mohit Neha gupta ◆D.O.P Jyoti rai ◆Editor Jyoti sharma ◆Cating director Ajju verma ◆Media Partner Narad news Ujjwal haryana SROP pahal ek prayas foundation 👉If you like this video then do not miss like, comment and share the video. Thank you so much❤

if you want to join amazed film production then send me mail.

















Friday 26 March 2021

 


















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What Is Illuminati ? ( Illuminati क्या है ..??? )

इल्लुमिनाति एक सेक्रेक्ट सोसाइटी है, जो खुदा भगवन को नहीं मान कर शैतान lucifer को मानता है...और ये लोग सिर्फ ये चाहते है की धरती पर से अच्छाई ख़त्म हो जाये...


whole story kr liye aap upar ke video jarur dekhiye...




इल्लुमिनाति एक ऐसा टॉपिक है जो बेहद रहस्यमय है जी है वो इसलिए क्योकि शायद ही इसके बारे किसी को पता होता है ...और जो पता होता है वो सही है या गलत शय्हाई शायद ही किसी को पता होता है ...इस शब्द की रीएलिटी शय ही किसी हो पता हो...

इल्लुमिनाति शब्द  बेहद ही रहस्यमय है वो इसलिए क्योकि इसकी स्टोरी रहस्यमय  है...

Sunday 11 October 2020

 
















LUCIFER एक काला सच !


"लूसिफर " जब मैंने पहली बार ये नाम सुना तो मुझे ये नाम बहुत अच्छा लगा...और मै इस नाम का मतलब जानने के लिए बहुत उत्साहित थी..फिर मैंने इसका नाम गूगल किया और उस नाम का मतलब "शैतान" निकला...फिर क्या LUCIFER के बारे में जानने की जिज्ञासा और बढ़ने लगी ....और जब जानना शुरू किया तो इसके पीछे एक कहानी मिली..आइये मैं आप को उस कहानी से रु - बा रु कराती हूँ..




ये कहानी बाइबल से जुडी है...कहा जाता है lucifer ईश्वर का पहला बेटा था और ईश्वर का पहला ह्यूमन क्रिएशन lucifer ही था (बाइबल में इन क्रिएशन को अन्जल्स के नाम से जाना जाता है) ....lucifer  के बाद ईश्वर ने और भी ह्यूमन क्रिएशन किए लेकिन सारे  ह्यूमन क्रिएशन में बेहद सुन्दर और ईश्वर जितना ताकतवर lucifer  ही था...lucifer को सारे अन्जल्स  सुन्दरता और ताकत की वजह से बेहद ही मानते थे...वक़्त बीतता गया और वक़्त के साथ lucifer में घमंड आ गया...घमंड की वजह से वो खुद को ईश्वर के सामान समझने लगा...और lucifer सारे अन्जल्स को इश्वर को त्याग कर  खुद की पूजा करने को कहता और जो उसकी पूजा न करता वो उस पर अत्याचार करता...और जब lucifer का अत्याचार ज्यादा बढ़ गया तो ईश्वर ने lucifer को धरती पर फेक दिया लेकिन ईश्वर ने उसकी ताकत और सुन्दरता ना छिनी ....धरती पर आने के बाद वो lucifer सैतान बन चूका था इसलिए lucifer का मतलब सैतान है....



धरती पर आने के बाद lucifer की वही इच्छा थी ,कि सब उसको माने और उसकी पूजा करे....इसलिए कहा जाता है की धरती पर इश्वर है तो सैतान भी है...क्योकि लूसिफर की ताकत ईश्वर जितनी है लेकिन वो सैतान है और वो अब तक नहीं मरा है क्योकि वो ईश्वर की तरह ही अमर है....



#ऐसा माना जाता है कि इस धरती पर अगर कुछ भी गलत होता है तो वो lucifer ही करवाता है, अब ये क्रश(CURSE) है या रुमोर (RUMOR) कह नहीं सकते !

  


lucifer इन्सान के इन ह्यूमन नेचर में है ;

१. घमंड 

२. लालच 

३.गुस्सा 

४.हवस /सेक्स 

५.मोह

६.जलन 

7.अन्याय

८.अहंकार

९.स्वार्थ 

१०.अमानवता 

 

किसी भी इंसास की इंसानियत तब खोती है जब आप को ये इमोशन काबू करने लगे...क्योकि ये सारे  ऐसे इमोशन है जब इन्सान को खुद पर कण्ट्रोल नहीं होता कि वो सही कर रहा है या गलत...




lucifer का अपना एक सेक्रेट सोसाइटी है जिस सोसाइटी का नाम इल्लुमिनती है..लेकिन  इसमें कितनी रियलिटी है वो हम नहीं कह सकते और इल्लुमिनती एक बहुत बड़ा टॉपिक है और आप इस इस टॉपिक के बारे में जानना चाहते है तो कमेंट कीजिये...और मैं आप को एक नए पोस्ट में, मैं इस टॉपिक के बारे में  बतौंगी....




Sunday 26 May 2019






YOU'RE NEXT SUSPENSE STORY PART 1

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M.R.P.: 13,499.00 Price: 10,999.00 FREE Delivery. Details You Save: 2,500.00 (19%) Inclusive of all taxes Pay on Delivery (Cash/Card) eligible






वक़्त बहुत हो गया कुछ लिखा नहीं है तो समझ नहीं आ रहा कि लिखू क्या....?? अब लिखना शुरू किया  है तो लिख ही लुंगी पर क्या पता नहीं,पर हां जो भी लिखूंगी आप को पसंद आएगा...



सोच रही हूँ कि आप को एक कहानी सुनाऊ, क्या आप सुनेंगे...???अब ये पढ़ रहे है तो मेरी कहानी आप जरूर सुनेंगे...फिर सुनिए




अँधेरी रात चारो तरफ सन्नाटा ही सन्नाटा पर ये क्या वहां एक बच्चा जो खून से लटपट पड़ा हुआ है और उस सन्नाटे भरे रात मैं बस उसके दर्द के कहराने कि आवाज आ रही है..फिर कुछ वक़्त बाद वंहा पर एक  बाइक आती है और वो बाइक वाला अपना बाइक रोक कर उस लड़के को दूर से कुछ वक़्त तक देखता रहता है सोचता है...बाइक वाला कुछ वक़्त तक देखता है और सोचता है फिर अपनी बाइक स्टार्ट करता है और वहां से आगे बढ़ जाता है....लगभग जब वो बाइक वाला 2 किलोमीटर तक आगे निकल जाता है तो अचानक अपनी बाइक को टर्न करता है और वो अपनी बाइक को तेज़ स्पीड में चलाता है फिर वो लगभग 10 मिनट में उस लड़के के पास वापस आता है....और उस लड़के को अपनी बाइक पर बैठाता है और बाइक को हॉस्पिटल ले कर जाता है....




पर ये क्या अब हॉस्पिटल के 2 किलोमीटर पीछे उन दोनों की लाश पड़ी है.....



अब ये लाश क्यों पड़ी है इसको जानने के लिए मेरे नेक्स्ट आर्टिकल का वेट कीजिये...



Friday 24 May 2019


                 
                                                       PM Narendra Modi

"मोदी है तो मुमकिन है" क्या आप को ये लगता है यदि लगता है तो comment करके बताइए।।।।।।






Monday 19 November 2018
















क्यो परेशान हो...???परेशान होने से क्या परेशानी खत्म हो जाती है...नही ना! तो फिर क्यो परेशान होना...आप को पता है हम क्यो परेशान होते है खुद की वजह से लेकिन इसका इंज़माम अपने हालातो को देते है...हालाते कभी हमे परेशानी में नही डालती...बल्कि हम उस हालात को अपने दिलो-दिमाग मे इस तरीके से बैठा लेते है कि हम कभी उस हालात से कभी निकल ही नही पाते और इसी कारण हम परेशान होते है...


वक़्त कुछ ऐसा आ गया कि सब के पास इतनी परेशानी है कि किसी को किसी के परेशानी से कोई मतलब नही है...यही कारण है कि हमारे आस पास इतनी सारी परेशानी है कि हम किसी के परेशानी में इंवॉल्स नही होते क्योकि वहां पर हमको परेशानी ज्यादा लगता है...


अब एक मजेदार बात बताऊं जब भी आप परेशान हो अपनी परेशानी से ज्यादा दुसरो की परेशानी को समझो देखना आप को अपनी परेशानी कम लगेगा...इसके अलावा एक और बात एक्चुअली परेशानी हमारे दिमाग मे है जिस दिन हमने अपने दिमाग की परेशानी को खत्म कर लिया उस दिन ज़िन्दगी की हर परेशानी खत्म..और हम कामयाबी के शिखर पर होंगे...

Amazed film के production में बनी फ़िल्म...
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Wednesday 14 November 2018


ज़िद्दी मूवी👇


Link👇


क्या आप को अपने बचपन का ज़िद्दी पन याद आता है...मुझे भी आता है...क्यो ना आए ये एक ऐसा दौर होता है...जो भुलाए नही भुला जाता है...क्योकि इस दौर में सारी मुरादे चुटकी बजाते ही पूरी हो जाती है...और जो नही होती थी उसे ज़िद्द करके पूरा कर लिया करते थे...कभी ये नही सोचा करते थे कि मेरी ये ज़िद्द कैसी है और वो पूरा कैसे होगी...

बड़े होने के बाद ज़िद्द खत्म हो जाती है या ज़िद चाहता बन जाती है... उम्मीद करती हूं कि आप समझ रहे होंगे कि मैं किस ज़िद्द और चाहत की बात कर रही हूं...जी हां बचपना खत्म होने के बाद एक ऐसे समय मे एंटर करते है कि वहां ज़िद्द कब चाहत बन जाती है उसका कुछ खबर नही होता...सब की चाहत अलग अलग होती है जैसे मेरी चाहत सक्सेसफुल डायरेक्टर बनने का है तो किसी को अपने प्यार को पाने की चाहत...


लेकिन ये ज़िद्द कभी कभी हमारे ज़िन्दगी को बर्बाद कर देता है...उसका रीज़न ये है कि उस ज़िद्द को हम खुद पर इतना हावी कर लेते है कि सही और गकत में फर्क नही कर पाते है...फिर उस ज़िद्द में कुछ ऐसा कर जाते है कि सब कुछ खत्म सा हो जाता..

मैं ये नही कहना चाहती कि ज़िद्द खराब होता है...मैं बस ये कहना चाहती हूँ कि ज़िद्द को खुद पर हावी होने देना खराब होता है...

👆ऊपर दिए गए फ़िल्म का description

इस शार्ट मूवी में एक ऐसी ज़िद्दी लव स्टोरी को प्रेजेंट किया है...जिसे देख आप को बहुत अच्छा लगेगा...जी हां क्योकि इसमें ज़िद और चाहत की वजह से वो अपनी ज़िंदगी को खो देता है...


वैसे ज़िद्द और चाहत खराब नही होता है लेकिन जब वो ज़िद्द खुद पर हावी हो जाये तो सब कुछ खत्म करके छोड़ता है...

एक शायरी इस शार्ट मूवी के नाम👇

इस जिस्म में रखा क्या है,
मरने पर तोह रूह भी साथ छोड़ देती है।।।
और वो प्यार प्यार ही क्या है, 
जो अलग होने पर अपने चाहत की ज़िद छोड़ देती है।।

Actor:- Abhishek
Actress:- Nafeesa khan
D.O.P & EDITING:- Dinesh gautam

Scripting, screenplay & direction:- Jyoti rai


  • धन्यवाद अगर पसंद आए तो अपना प्रतिक्रिया देना ना भूले...

Saturday 3 November 2018



Artical से पहले amazed films के production के film को देखिए... और अगर पसंद आये तो you tube के amazed films channel को subscribe और साथ ही इस वीडियो को बहुत शेयर कीजिए...
Video👇

आने वाला है..आने वाला है..अरे आप नही समझे...!!!अच्छा ठीक है रुकिए में बताती हूं "दिवाली आने वाला है"...वैसे तो भारत में जाने कितने फेस्टिवल बनाए जाते है लेकिन सबसे एंजोएबल फेस्टिवल दिवाली होता है...ये एंजोएबल इसलिए होता है क्योंकि उसमें शॉपिंग, मिठाई, साथ ही पूरा शहर सजा धजा होता है और उसके साथ पटाख़े फोड़ने को मिलता है...


इस फेस्टिवल का महत्व बहुत अनोखा है जी हां वो इसलिए इसलिए क्योकि ये त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की जीत को दर्शाता है...लेकिन इस त्यौहार के महत्व को पटाख़े के जरिए बनाना त्यौहार के महत्व को खत्म कर रहे है और साथ ही पर्यावरण का नुकसान हो रहा है जो कि सही नही है.. इस पृथ्वी के जीव होने के नाते हमारा एक धर्म है "पृथ्वी की रक्षा"..इस धर्म के नाते हम सब को दीवाली पर पटाखे नही फोड़ना चाहिए...


यदि हम सभी दिवाली को एन्जॉय पटाखे के बदले दिप को जला कर डांस वो गाना गा कर करे तो हमारा पृथ्वी पॉल्युशन फ्री पृथ्वी होगा..


तो इस बार आप एक सोच के साथ दिवाली बनाए " no crackers let's celebrate a pollution free diwali"...

Happy Diwali frds...
Have a pollution free
Easy breathing diwali

आप सभी के लिए एक शार्ट मूवी बनाई है ऊपर👆 शार्ट मूवी है..देखिए और हां अगर पसंद आये तो you tube के amazed films के channel पर जाइये और like, subscribe or share करना तो बिल्कुल ना भूले...
Film poster 👇



Friday 12 October 2018






















सुना है! जरूर सुना होगा..अब आप सोच रहे होंगे क्या?..बताते है ज़रा रुकिए! क्या आप रुकेंगे???..नही,  क्योंकि आप के पास तो वक़्त ही नही है..क्योंकि आप सभी ही भाग रहे है..कहां भाग रहे है, क्यो भाग रहे शायद आप को नही पता या क्या पता आप को पता हो..इस भागम भाग मैं ऐसा लग रहा है कि हम खो से गए है या खुद से मिल से गए है ये समझना तो आप की समझदारी है..कभी कभी ख़्याल आता है कि मैं या आप भाग क्यो रहे है??..पैसों के लिए, एसो आराम के लिए..बाप रे बाप सच मे गोल माल है..और इस गोल माल को समझना बहुत मुश्किल है मेरे लिए, आप के लिए है या नही वो पता नही..ऐसा इसलिए कह रही हूँ क्योकि पैसों से ही जरूरते पूरी होती है..और जरूरतों की पूर्ति ही हमारी खुशियां है..





क्या अब तक आप मेरे साथ बने हुए हुए है??...विश्वाश नही हो रहा है..खैर छोड़िए और बताइए कि कभी भी ये दुनिया आप को मायावी लगती है..बहुत सारी बाते है जिसपर यकीन करें या ना करे समझ ही नही आता..उम्मीद करती हूं कि आप समझ रहे होंगे कि मैं किस बारे में बात कर रही हूं.. क्योकि इस दुनिया के सबसे समझदार जातक जो है वो "इंसान"है, तो आप समझ ही रहे होंगे..यहां हर एक चीज़ मायावी है, धोका है..हम है या ये भी माया है..इसे समझना बहुत मुश्किल है और आप को समझना बहुत मुश्किल है..और हम कभी ये सब समझने की कोशिश भी नही करते है क्योंकि हमारे पास वक़्त ही नही है..




लास्ट में यही कहूंगी कि हम इतनी तेज़ी में भाग रहे है कि किसी भी चीज को समझना बहुत मुश्किल है..खुद को भो, अपने साथ वालो को भी, हो रहे घटनाओं को भी..जब हम ये छोटी छोटी चीजे नही समझ रहे है..इस दुनिया की माया को क्या समझ पाएंगे...





                             धन्येवाद
उम्मीद करती हूँ कि आप को ये आर्टिकल पसंद आया हो..

Wednesday 3 October 2018














चल रहे है, चल रहे है, लेकिन ये क्या मंज़िल नही दिख रही है..समझ नही आ रहा है कि हम गलत रास्ते पर है या हम मंज़िल को नही पहचान पा रहे है..खैर मंज़िल तो मिल ही जाएगी क्योकि हमे रुकना नही है, चलते रहना है, लड़ते रहना है..हमने यही सीखा है चलते रहना लड़ते रहना क्योकि अगर हम ये नही करेंगे यो शायद हम ज़िंदा नही रह पाएंगे..क्योकि मैं ऐसा सोचती हूं अगर मंज़िल की हल्की सी भी झलक मिल जाये तो उस तक पहुचने के लिए जी और जान एक कर देना है..क्योकि जनाब मंज़िल बहुत मुश्किल से दिखती है..और अगर मंज़िल में ठोकरे और दर्द ना हो, तो उस मंज़िल को पाने का क्या मज़ा..
एक राज़ की बात है वो ये है कि जब आप मंज़िल की तलाश में निकलेंगे तो आप उस दिन खुद को पहचानेंगे..और खुद को पहचानना ही इस ज़िन्दगी का सबसे बड़ा टास्क होता है..कभी ध्यान से खुद से पूछियेगा की मैं कौन हूँ..और जवाब जो भी मिले उसके बारे में सोचियेगा...वैसे बहुत मुश्किल है कि इसका जवाब आप को मिले..क्योकि जनाब हम खुद को वक़्त ही नही देते तो कैसे खुद को पहचानेंगे..वही अगर आप से किसी और के बारे में पूछेंगे तो आप का जवाब झट-पट आएगा..खैर ये बाते छोड़ते है क्योकि आज तो हम मंज़िल की तलाश में निकले है...
मंज़िल मतलब क्या?..आप क्या समझते है मंज़िल से..खैर आप क्या समझते है वो मुझे नही पता पर हां, जो मैं समझती हूँ वो बताना चाहती हूं..मंज़िल वो रोशनी है जो सिर्फ मुझे दिखती है और ताकत देती है वहां तक पहुँचने की क्योकि वो मेरी मंज़िल है..हम इस धरती पर उस मंज़िल के लिए आये है..और जिसके लिए आये है वो नही पा सके और उसके लिए ना लड़ सके तो ये ज़िन्दगी का क्या फायदा..फिर ज़िन्दगी "वेस्ट ऑफ टाइम" है..ये मंज़िल कुछ भी हो सकती है बस आप को पहचानना है...कुछ लाइन है मंज़िल के ऊपर उम्मीद करती हूं कि आप को पसंद आये..

मिलेगी मिलेगी मंज़िल

"मिलेगी मिलेगी मंज़िल
चलके कहीं दूर
आये हैं चले जाने को
आये हैं चले जायेंगे
दूर मजबूर
मिलेगी मिलेगी मंज़िल...

कैसी है ये दुनिया
प्यार का नाम-ओ-निशान नहीं
नादान दुनिया वाले देखो
यहां पे कोई ईमान नहीं
अकेले ढूंढते
सवेरा सवेरा
सवेरा सवेरा आएगा चल के दो कदम
फासले घट जाएंगे हौसले बढ़ जाएंगे
चल के दो कदम
मिलेगी मिलेगी मंज़िल..

चलते दुनिया वाले सारे
राह मगर अनजान कहीं
मैं तो हूं दीवाना मेरी दीवानगी बेनाम सही
अकेले ढूंढने
चल के दो कदम
मिलेगी मिलेगी मंज़िल"...

Wednesday 1 August 2018















ज़िन्दगी एक बगीचे के फूल जैसा है जिसे वक़्त पर हवा, पानी और धूप न मिलने से मुर्झा जाती है...पर मरती नही है क्योकि मरना तो इस ज़िन्दगी के हाथ मे भी नही है...वो इसलिए क्योंकि इस ज़िन्दगी को जीना एक लक्ष्य है और इस लक्ष्य को पूरा करना जिन्दगी है...हां वो अलग बात है कि हम कभी-कभी वक़्त के तेज़ तूफान से, तो कभी हालातो से, तो कभी खुद के टूट जाने से, तो कभी चोट लगने से मुर्झा जाते है क्योंकि उस वक़्त न तो हवा होता है,न पानी और न ही धूप...इस हवा, पानी धूप की भी कोई गलती नही है क्योंकि इससे दूर भी हम खुद ही होते है...अब आप पूछेंगे की भला वो कैसे वो ऐसे कि हमे पता होता है कि तेज़ तूफान है वक़्त पर धीमी हो जाएगी फिर भी उस तूफान से डर जाते है,अपने हौसले को मार देते है अपने लक्ष्य को भूल जाते है...अब आप ही बताओ कि लक्ष्य क्या है ज़िन्दगी और ज़िन्दगी को ही भूल जाएंगे तो कहा से जीने की इच्छा रहेगी...


अब आप सोच रहे होंगे कि मैं आज ये सब बाते क्यो कर रही हूं...वो क्या है ना कि मैं बहुत हैरान है यू ही कोई अपनी ज़िंदगी कैसे ले सकता है और अपनी ज़िंदगी को कैसे खत्म कर सकता है...क्या उन सभी को समझ नही है कि ज़िन्दगी अनमोल है जिसे एक माँ बड़े दुःख तकलीफों के साथ इस दुनिया मे लाती है...उन सभी को शायद ये नही पता कि अपनी ज़िंदगी को खत्म कर अपनी माँ का अपमान कर रहे है और माँ एक ऐसी प्राकृति है जो उस प्राकृति से जुड़ी है जिसे सारा जहां सर झुकाती है...एक दिन आप को वही जाना है जिसका आप अपमान कर के वहाँ गए हो सोचो कि उन पर क्या बीतेगी...
इस दुनिया मे सभी इंसान को अपना अपना रास्ता मिला है जिसे तय करना है...और उस रास्ते पर जान भुझ कर मुश्किले दी जाती है...उससे जितना खुशी का एहसास और वो एहसास जीने की वजह, वजह लक्ष्य और लक्ष्य तो आप जानते ही है ज़िन्दगी...
आप को जान कर हैरानी होगी कि एक साल में 8,00,000 से 10,00,000 लोग आत्महत्या करते है...

Tuesday 24 July 2018















जैसे-जैसे वक़्त बीतता है वैसे-वैसे यादो की पोटली भरती जाती है...उस पोटली में कुछ खट्टी तो कुछ मीठी यादे होती है...यकीनन आप की भी छोटी या बड़ी यादों की पोटली जरूर होगी...उस यादों को हम कभी न कभी यही कहेंगे कि "ये उन दिनों की बात है"...फिर क्या होगा एक दिन बस हम रहेंगे और हमारी उन दिनों की बात रहेगी...जिसे हम याद किया करेंगे और अपनी उन दिनों की बाते सब को सुनाया करेंगे...ये जो हमारी उन दिनों की बात है वो हमारे परिपक्वता को दर्शाएंगे...
वैसे हम जैसे-जैसे बड़े होते है हमे हमारी उन दिनों की बाते बहुत अच्छी लगती है क्योंकि जैसे हमे स्कूल जाना जेल जाने से कम नही लगता था, दूध का गिलास खत्म करना एक चुनौती सा लगता था,औऱ सही जोड़ें में जूता पहनना तो नामुमकिन था,टिफ़िन शेयर करने से दोस्ती पक्की होती थी,कट्टी बट्टी से तो हमारी दुनिया कायम थी,और तो और हम रो धो कर अपनी बातें मनवा लिया करते थे,खिलौनों के लिए आसमान सर पर उठा लिया करते थे,भाई-बहनों को चिढाना रिस्तो का सच्चापन था,उन दिनो की सब से न्यारी और प्यारी चीज माँ के आंचल में पूरी दुनिया समाती थी,दर्द सिर्फ चोट लगने पर हुआ करता था...ये तो हुई बस बचपन की कुछ उन दिनों की बाते...पर ये बचपन की बाते सब को बहुत याद आते है...क्योकि ये उन दिनों की बाते बस से मीठी और सच्ची हुआ करती है...
वक़्त हमे बहुत कुछ सीखाता है...बल्कि मुझे तो लगता है कि वक़्त को इसलिए बनाया गया है कि हमे सीखा सके..और जैसे-जैसे वक़्त जाता है यादे जाती है कुछ कट्टी तो कुछ मीठी..यही यादे हमारे "ये उन दिनों की बात है" बन जाती है...