सुना है! जरूर सुना होगा..अब आप सोच रहे होंगे क्या?..बताते है ज़रा रुकिए! क्या आप रुकेंगे???..नही, क्योंकि आप के पास तो वक़्त ही नही है..क्योंकि आप सभी ही भाग रहे है..कहां भाग रहे है, क्यो भाग रहे शायद आप को नही पता या क्या पता आप को पता हो..इस भागम भाग मैं ऐसा लग रहा है कि हम खो से गए है या खुद से मिल से गए है ये समझना तो आप की समझदारी है..कभी कभी ख़्याल आता है कि मैं या आप भाग क्यो रहे है??..पैसों के लिए, एसो आराम के लिए..बाप रे बाप सच मे गोल माल है..और इस गोल माल को समझना बहुत मुश्किल है मेरे लिए, आप के लिए है या नही वो पता नही..ऐसा इसलिए कह रही हूँ क्योकि पैसों से ही जरूरते पूरी होती है..और जरूरतों की पूर्ति ही हमारी खुशियां है..
क्या अब तक आप मेरे साथ बने हुए हुए है??...विश्वाश नही हो रहा है..खैर छोड़िए और बताइए कि कभी भी ये दुनिया आप को मायावी लगती है..बहुत सारी बाते है जिसपर यकीन करें या ना करे समझ ही नही आता..उम्मीद करती हूं कि आप समझ रहे होंगे कि मैं किस बारे में बात कर रही हूं.. क्योकि इस दुनिया के सबसे समझदार जातक जो है वो "इंसान"है, तो आप समझ ही रहे होंगे..यहां हर एक चीज़ मायावी है, धोका है..हम है या ये भी माया है..इसे समझना बहुत मुश्किल है और आप को समझना बहुत मुश्किल है..और हम कभी ये सब समझने की कोशिश भी नही करते है क्योंकि हमारे पास वक़्त ही नही है..
लास्ट में यही कहूंगी कि हम इतनी तेज़ी में भाग रहे है कि किसी भी चीज को समझना बहुत मुश्किल है..खुद को भो, अपने साथ वालो को भी, हो रहे घटनाओं को भी..जब हम ये छोटी छोटी चीजे नही समझ रहे है..इस दुनिया की माया को क्या समझ पाएंगे...
धन्येवाद
उम्मीद करती हूँ कि आप को ये आर्टिकल पसंद आया हो..
Baat bilkul shi likhi h... But ye bhaag bhut bhaaga h... .
ReplyDeleteBut that's true