What's the difference between filmmaking and cinematographer..
Filmmaking vs cinematography
अगर आप filmmaking करते है या cinematography करते है ,तोह आप को कभी न कभी ये सवाल आप के ज़हन में जरूर आया होगा कि filmmaking और cinematography में क्या अंतर है...हालाँकि दोनों फिल्म से संबंधित भूमिकाएँ हैं, फिर भी एक अलग अंतर है...
सीधे शब्दों में कहे तोह filmmaking, फ़िल्म के throw (माध्यम) से कहानी कहने की कला है...वही दूसरी तरफ cinematography ,filmmaking process का एक हिस्सा है और इसमें visual adds, lighting and camera equipment के uses (उपयोग) के throw से motion picture को capture करना होता है...
Filmmaker के visualisation बेहद strong होते है और एक filmmaker अपना अधिकांश समय writing और direction को देता है... directors के दिमाग में एक दुनिया होता है जिसे वो cinema के जरिए दुनिया के साथ share करते है...
*अब हम बात करते है cinematography एंड filmmaking के skills and education में क्या अंतर है...
तोह सबसे पहले cinematography के skills and education की बात करते है...
सिनेमैटोग्राफरों के पास एक creative mind और strong sense की एक art होनी चाहिए, ताकि वे imagine कर सकें कि final image कैसी दिखेगी। उन्हें कैमरा ऑपरेशन, लाइटिंग की knowledge होना चाहिए।
उन्हें फिल्म के लिए director के vision को समझना चाहिए और यह पता लगाना चाहिए कि कौन से techniques को apply करना चाहिए जिससे movie के scene को strong bana सके... Cinematographers को bachelors degree लेना चाहिए ताकि वो professionally काम करे...bachelors degree लेने के बाद as an intern काम करे और अपने सीखे skills को apply करे then आप professionally इस field में as an cinematographer job कर सकते हैं..
Filmmaking के skills and education की बात करते है...
निर्माता और निर्देशकों सहित फिल्म निर्माता स्क्रीन पर और पीछे दोनों जगह फिल्म के निर्माण में जाने वाले हर तत्व की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं। निर्माता फिल्म के वित्तपोषण पर काम करते हैं, और परियोजना के सभी व्यावसायिक और संगठनात्मक पहलुओं का प्रबंधन करते हैं। वे डायरेक्टर को हायर भी करते हैं।
निर्माता और निर्देशक मिलकर स्क्रिप्ट को अंतिम रूप देते हैं और फिल्म के लुक और टोन को तय करते हैं। वे शेड्यूल, बजट, कास्ट और क्रू के बारे में निर्णय लेते हैं। निर्देशक कलाकारों और सिनेमैटोग्राफर के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि स्क्रीनप्ले की उनकी व्याख्या जीवंत हो सके। फिल्म निर्माता परियोजना के बारे में हर विवरण के बारे में अंतिम निर्णय लेते हैं।
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